कविता
Time was old-समय पुराना था
✳️ समय पुराना था ✳️ 🩸तन ढँकने को कपड़े न थे, फिर भी लोग तन ढँकने का प्रयास करते थे ...! …
✳️ समय पुराना था ✳️ 🩸तन ढँकने को कपड़े न थे, फिर भी लोग तन ढँकने का प्रयास करते थे ...! …
Dreams(सपने) सुना है सपने बेरंग होते है काले और सफ़ेद ,, पर ज़िंदगी में रंग भरने के लि…
होली पर बधाई कविता होली का त्यौहार जब आता है, बच्चों का मन खुशियों से भर जाता है। रंग बिरंगे लाल, गुलाबी, हरे, नीले, पीले, र…
Poem of cold (ठंड की कविता ) वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो चाय का मजा रहे, पकौड़ी से सजा रहे मुंह कभी रुके नहीं, रज…
A beautiful poem by Munshi Premchand मुंशी प्रेमचंद जी की एक सुंदर कविता ख्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की," आप म…