Story of a parrot in Hindi (एक तोता की कहानी )

Story of a parrot in Hindi (एक तोता की कहानी )


एक तोता था ,जिसका नाम उसकी मीठी स्वर के कारण मीठूराम  शिकारी ने रख दिया था  ।मीठूराम का  पिंजरा ही  का घर था और उसी में मीठूराम की  दुनिया थी । मीठूराम की आवाज बड़ी अच्छी और मीठी थी वह सिर्फ  रात को ही गाता था। 



 







एक रात जब मीठूराम गाना गा रहा था तो उधर से एक उल्लू  निकला। उल्लू ने देखा कि मीठूराम की आवाज बहुत ही मीठी है तो उसने पूछा कि क्यों भई तुम्हारी आवाज इतनी मीठी है तो तुम सिर्फ रात को ही क्यों गाते हो? 
 
मीठूराम ने इसकी कारण  बताते हुए कहा कि एक बार जब मैं जंगल में दिन के समय गाना गा रहा था, तो शिकारी उधर से निकला। उसने मेरी आवाज सुनी और इसी  मीठी  स्वर के कारण उसने मुझे पकड़ लिया। तभी  से अभी तक मैं इस पिंजरे में कैद हूँ । 
 
यह बताकर मीठूराम तोता बोला कि इसके बाद से मैंने यह सीख लिया कि दिन में गाना मुसीबत का कारण बन सकता है और इसलिए अब मैं रात को ही गाता हूँ । यह सुनकर उल्लू  बोला कि मित्र यह तो तुम्हें पकड़े जाने से पहले सोचना चाहिए था। 
 
सच भी है कि कई बार हम गलतियां करने के बाद ही उससे कुछ न कुछ सीखते हैं। पर जरूरी नहीं है कि हर बार सीखने के लिए गलती ही की जाए। 
 
कई मर्तबा किसी काम को करने से पहले कुछ सावधानियां बरत कर हम गलतियों से बच सकते हैं और नुकसान से भी। तो याद रखिए बुद्धिमान वही होता है जो सोच-विचारकर काम करता है।  

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